Importance of quiz question per speech
प्रत्येक भाषण के बाद क्विज का महत्व
प्रत्येक भाषण के बाद भाषण संबंधी क्विज प्रश्न का बहुत ही महत्त्व होता है | क्विज का आयोजन इस दृष्टी से किया जाना चाहिए की भाषण संबंधी महत्त्वपूर्ण बिंदु क्विज में सामिल हो जाए | भाषण को याद किया जाना सम्भव नहीं | भाषण या स्पीच के महत्त्वपूर्ण बिन्दुओं को छोटे-छोटे प्रश्न बनाकर पूछे जा सकते हैं | क्विज के माध्यम से किसी भी व्यक्ति या छात्र का संक्षिप्त मूल्याकन किया जा सकता है| क्विज सम्बन्धी महत्त्वपूर्ण बिंदु निम्नवत है जिन्हें क्विज बनाते समय अवश्य ध्यान देना चाहिए-
👉 भाषण (स्पीच) रूपी सागर से क्विज रूपी मोती खोजा जाता है।
👉 भाषण (स्पीच) देते समय बीच-बीच में क्विज का आयोजन इस बात की ओर संकेत करता है कि अमुक व्यक्ति की समझ कितनी स्पष्ट हुई है।
👉 भाषण महासागर है तो क्विज उस सागर में रहने वाला मोती है।
👉 प्रत्येक भाषण के बाद क्विज का महत्व उतना ही है जितना की भोजन में नमक का। जैसे बिना नमक के भोजन का स्वाद नहीं मिलता वैसे ही बिना क्विज के बाद भाषण का सार नहीं मिलता।
👉क्विज से व्यक्ति या छात्र में वस्तु की सटीक जानकारी होने का पता चलता है|
👉 क्विज से व्यक्ति या छात्र में तथ्यात्मक क्षमता की प्रबलता बढ़ती है |
👉 क्विज से व्यक्ति का दृष्टिकोण निश्चित और स्पष्ट होता है |
👉 क्विज से व्यक्ति या छात्र की विषय-वस्तु के प्रति गहन जानकारी का पता चलता है |
👉 क्विज को देने के बाद व्यक्ति को अपनी कमियों का पता चलता है जिसे वह भविष्य में दोहराता नहीं है |
👉 गागर में सागर भरने की विचारधारा पर क्विज काम करता है।