इस पोस्ट में प्रमुख साहित्य इतिहासकारों और उनकी रचनाओं का चित्रण किया गया है | साहित्य इतिहास का यह टेस्ट बिलकुल फ्री है| साहित्य इतिहास के क्विज से आपकी प्रतियोगी तैयारी मजबूत होगी | इस ऑनलाइन टेस्ट उन्ही बहुविकल्पीय प्रश्नों को सम्मिलित किया गया है जो पूर्व की परीक्षाओं में पूछे जा चुके है या पूछे जा सकते हैं |
1. ‘इस्तवार-द-ला लितरेत्युर ऐन्दुई ऐन्दुस्तानी’ कितने भागों में हैं?
Answer is )A
इस्तवार-द-ला लितरेत्युर ऐन्दुई ऐन्दुस्तानी के लेखक गार्सा द तासी हैं | प्रथम भाग का प्रकाशन 1839 में द्वितीय भाग का प्रकाशन 1847 में
इस्तवार-द-ला लितरेत्युर ऐन्दुई ऐन्दुस्तानी के लेखक गार्सा द तासी हैं | प्रथम भाग का प्रकाशन 1839 में द्वितीय भाग का प्रकाशन 1847 में
2.‘हिंदी कोविद रत्नमाला’ के लेखक कौन हैं?
Answer is )C
‘हिंदी कोविद रत्नमाला'(1909) के लेखक श्यामसुंदर दास हैं | इसमें आधुनिक काल के 80 लेखकों का जीवन परिचय है।
‘हिंदी कोविद रत्नमाला'(1909) के लेखक श्यामसुंदर दास हैं | इसमें आधुनिक काल के 80 लेखकों का जीवन परिचय है।
3.‘मिश्रबंधु बिनोद’ कितने भागों में है?
Answer is )A
प्रथम तीन भाग का प्रकाशन सन् 1913 ई. मैं हुआ तथा चतुर्थ भाग का प्रकाशन सन् 1934 ई. हुआ।
प्रथम तीन भाग का प्रकाशन सन् 1913 ई. मैं हुआ तथा चतुर्थ भाग का प्रकाशन सन् 1934 ई. हुआ।
4. ‘इस्तवार-द-ला लितरेत्युर ऐन्दुई ऐन्दुस्तानी’ की भाषा क्या है ?
Answer is )C
‘इस्तवार-द-ला लितरेत्युर ऐन्दुई ऐन्दुस्तानी’ की भाषा फ्रेंच है| ‘यह इतिहास एसियाटिक सोसाएटी’ आफ बंगाल पत्रिका विशेषांक के रूप में 1889 में प्रकाशित हुआ।
‘इस्तवार-द-ला लितरेत्युर ऐन्दुई ऐन्दुस्तानी’ की भाषा फ्रेंच है| ‘यह इतिहास एसियाटिक सोसाएटी’ आफ बंगाल पत्रिका विशेषांक के रूप में 1889 में प्रकाशित हुआ।
5. ‘मिश्रबंधु विनोद’ को साहित्य के पंचांग की संज्ञा किसने दी है?
Answer is )D
नामवर सिंह ने ‘मिश्रबंधु विनोद’ को साहित्य के पंचांग की संज्ञा दी है।
नामवर सिंह ने ‘मिश्रबंधु विनोद’ को साहित्य के पंचांग की संज्ञा दी है।
6.“केवल अतीत ही वर्तमान को प्रभावित नहीं करता, वर्तमान भी अतीत को प्रभावित करता है।” पंक्ति किसकी है ?
Answer is )C
7. ‘हिंदी साहित्य का वैज्ञानिक इतिहास’ का रचनाकाल क्या है?
Answer is )B
‘हिंदी साहित्य का वैज्ञानिक इतिहास’ (1960) के लेखक गणपति चन्द्र गुप्त है |
‘हिंदी साहित्य का वैज्ञानिक इतिहास’ (1960) के लेखक गणपति चन्द्र गुप्त है |
8. ‘हिंदी साहित्य का नया इतिहास’ के लेखक कौन है ?
Answer is )C
रामखेलावन पाण्डेय के अनुसार साहित्य का इतिहास समाजशास्त्र का परिशिष्ट नहीं है वह समर्पित और प्रतिबद्ध भी नहीं है।
रामखेलावन पाण्डेय के अनुसार साहित्य का इतिहास समाजशास्त्र का परिशिष्ट नहीं है वह समर्पित और प्रतिबद्ध भी नहीं है।
9. हिंदी साहित्य का प्रवृत्तिगत विभाजन सर्वप्रथम किसने किया ?
Answer is )A
हिंदी साहित्य का प्रवृत्तिगत विभाजन सर्वप्रथम ग्रियर्सन ने किया
हिंदी साहित्य का प्रवृत्तिगत विभाजन सर्वप्रथम ग्रियर्सन ने किया
10. ” हिंदी का संत काव्य पूर्वर्ती सिद्धो व नाथपंथियों के साहित्य का सहज विकसित रूप है।” पंक्ति किसकी है ?
Answer is )D
हजारी प्रसाद द्विवेदी के बचपन का नाम बैद्यनाथ द्विवेदी था | इनका जन्म 1907 बलिया में हुआ था |
हजारी प्रसाद द्विवेदी के बचपन का नाम बैद्यनाथ द्विवेदी था | इनका जन्म 1907 बलिया में हुआ था |
11. भक्तिकाल को बौद्धों की परंपरा से किसने जोड़ा है।
Answer is )A
हजारी प्रसाद द्विवेदी ने विद्यापति को श्रृंगार रस का सिद्ध वाक् कवि कहा है तथा भक्तिकाल को बौद्धों की परंपरा से किसने जोड़ा है।
हजारी प्रसाद द्विवेदी ने विद्यापति को श्रृंगार रस का सिद्ध वाक् कवि कहा है तथा भक्तिकाल को बौद्धों की परंपरा से किसने जोड़ा है।
12. ‘हिंदी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास’ के लेखक कौन हैं?
Answer is )C
‘हिंदी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास’ (1938) के लेखक रामकुमार वर्मा हैं | यह एक अधूरा साहित्य इतिहास ग्रंथ है।
‘हिंदी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास’ (1938) के लेखक रामकुमार वर्मा हैं | यह एक अधूरा साहित्य इतिहास ग्रंथ है।
13. कौन सी रचना हजारी प्रसाद द्विवेदी की नहीं है?
Answer is )B
‘हिंदी साहित्य का मानक इतिहास’ के लेखक लक्ष्मीसागर वार्ष्णेय हैं |
‘हिंदी साहित्य का मानक इतिहास’ के लेखक लक्ष्मीसागर वार्ष्णेय हैं |
14. “शुक्ल जी को इतिहास पंचांग के रूप में प्राप्त हुआ था। उसे उन्होंने मानवीय चेतना से अनुप्राणित कर साहित्य बना दिया।” पंक्ति किसकी है?
Answer is )A
15. ‘हिंदी साहित्य का अतीत’ कितने भागों लिखा गया है?
Answer is )D
‘हिंदी साहित्य का अतीत’ (दो भाग, प्रथम भाग 1959 द्वितीय भाग 1960)
‘हिंदी साहित्य का अतीत’ (दो भाग, प्रथम भाग 1959 द्वितीय भाग 1960)
16. गणपति चंद्रगुप्त को साहित्य में वैज्ञानिक पद्धति का अनुसंधाता एवं प्रयोक्ता किसने माना हैं ?
Answer is )A
17. ‘हिंदी साहित्य की प्रवृत्तियां’ के लेखक कौन हैं?
Answer is )C
18. ‘उत्तरी भारत की संत परंपरा’ के लेखक कौन हैं?
Answer is )A
19. ‘वांग्मय विमर्श’ के लेखक कौन हैं?
Answer is )A
‘वांग्मय विमर्श'(1944 ) के लेखक विश्वनाथ प्रसाद मिश्र हैं |
‘वांग्मय विमर्श'(1944 ) के लेखक विश्वनाथ प्रसाद मिश्र हैं |
20. आधार स्रोत के रूप में रामचंद्र शुक्ल ने किस पुस्तक का उल्लेख नहीं किया है?
Answer is )D
आधार स्रोत के रूप में रामचंद्र शुक्ल ने मिश्रबंधु विनोद, कविता कौमुदी, ब्रजमाधुरी सार, हिंदी कोविदरत्नमाला, का उल्लेख किया है।
आधार स्रोत के रूप में रामचंद्र शुक्ल ने मिश्रबंधु विनोद, कविता कौमुदी, ब्रजमाधुरी सार, हिंदी कोविदरत्नमाला, का उल्लेख किया है।
21.‘हिन्दी साहित्य का अद्धतन इतिहास’ के लेखक कौन हैं?
Answer is )A
22.कौन सी रचना नगेन्द्र की नहीं है ?
Answer is )D
‘हिंदी साहित्य का उद्भवकाल’ वासुदेव सिंह की रचना है|
‘हिंदी साहित्य का उद्भवकाल’ वासुदेव सिंह की रचना है|
23.आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने आदिकाल को कितने प्रकरणों में विभाजित किया है।
Answer is )B
प्रकरण.1- सामान्य परिचय, प्रकरण.2- अपभ्रंश काव्य, प्रकरण.3- वीरगाथा काल, प्रकरण.4-फुटकल काव्य।
प्रकरण.1- सामान्य परिचय, प्रकरण.2- अपभ्रंश काव्य, प्रकरण.3- वीरगाथा काल, प्रकरण.4-फुटकल काव्य।
24.आचार्य रामचंद्र शुक्ल जी का साहित्य का इतिहास सर्वप्रथम किस नाम से छपा ?
Answer is )A
आचार्य रामचंद्र शुक्ल जी का साहित्य का इतिहास ‘हिंदी शब्द सागर’ की आठवीं जिल्द की भूमिका के रूप में जनवरी 1929 ई. में ‘हिंदी साहित्य का विकास’ नाम से प्रकाशित हुआ जिसे सन् 1951 ई. में ‘हिंदी साहित्य का इतिहास’ नाम दिया गया।
आचार्य रामचंद्र शुक्ल जी का साहित्य का इतिहास ‘हिंदी शब्द सागर’ की आठवीं जिल्द की भूमिका के रूप में जनवरी 1929 ई. में ‘हिंदी साहित्य का विकास’ नाम से प्रकाशित हुआ जिसे सन् 1951 ई. में ‘हिंदी साहित्य का इतिहास’ नाम दिया गया।
25.‘हिंदी साहित्य का विवेचनात्मक इतिहास’ के लेखक कौन हैं ?
Answer is )C
‘हिंदी साहित्य का विवेचनात्मक इतिहास’ (1930) के लेखक सूर्यकांत शास्त्री हैं|
‘हिंदी साहित्य का विवेचनात्मक इतिहास’ (1930) के लेखक सूर्यकांत शास्त्री हैं|
26.डिंगल-पिंगल कवियों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व का वर्णन किस रचना में किया गया है?
Answer is )B
‘राजस्थानी साहित्य की रूपरेखा'(1939) के लेखक मोतीलाल मेनारिया हैं
‘राजस्थानी साहित्य की रूपरेखा'(1939) के लेखक मोतीलाल मेनारिया हैं
27. ‘हिंदी भाषा और उसके साहित्य का विकास’ के लेखक कौन हैं ?
Answer is )A
हिंदी भाषा और उसके साहित्य का विकास(1930) के लेखक रामस्वरूप चतुर्वेदी हैं | यह पटना विश्वविद्यालय में दिए गए व्याख्यान का संकलन है|
हिंदी भाषा और उसके साहित्य का विकास(1930) के लेखक रामस्वरूप चतुर्वेदी हैं | यह पटना विश्वविद्यालय में दिए गए व्याख्यान का संकलन है|
28.‘यदि गद्य कवियों या लेखकों की कसौटी है तो _____गद्य की कसौटी है।’ रिक्त स्थान की पूर्ति करिए |
Answer is )D
‘यदि गद्य कवियों या लेखकों की कसौटी है तो निबंध गद्य की कसौटी है।’ पंक्ति रामचंद्र शुक्ल ने कहा है|
‘यदि गद्य कवियों या लेखकों की कसौटी है तो निबंध गद्य की कसौटी है।’ पंक्ति रामचंद्र शुक्ल ने कहा है|
29.आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने_______ को पराजित मनोवृति का प्रतीक माना है| रिक्त स्थान की पूर्ति करिए
Answer is )A
30.दोहरे नामकरण की प्रवृत्ति का प्रारम्भ सर्वप्रथम किसने किया है ?
Answer is )D
31 कौन सी पुस्तक हिंदू-मुस्लिम एकता की भावना से प्रेरित होकर लिखी गई है?.
Answer is )B
‘ हिंदी के मुसलमान कवि’ (1926) के लेखक अखौरी गंगाप्रसाद सिंह हैं |
‘ हिंदी के मुसलमान कवि’ (1926) के लेखक अखौरी गंगाप्रसाद सिंह हैं |
32. ‘हिन्दी साहित्य:युग और प्रवृतियां’ के लेखक कौन हैं?
Answer is )C
33.नागरी प्रचारिणी सभा काशी द्वारा हिंदी साहित्य का वृहद् इतिहास कितने भागों में प्रकाशित किया गया है?
Answer is )C
नागरी प्रचारिणी सभा काशी द्वारा हिंदी साहित्य का वृहद् इतिहास प्रकाशित किया गया है। इसके 16 भाग हैं जिसके प्रत्येक भाग के अलग-अलग संपादक हैं।
नागरी प्रचारिणी सभा काशी द्वारा हिंदी साहित्य का वृहद् इतिहास प्रकाशित किया गया है। इसके 16 भाग हैं जिसके प्रत्येक भाग के अलग-अलग संपादक हैं।
34. ग्रियर्सन के साहित्य इतिहास के विषय में किसने लिखा है कि- “यह हिंदी साहित्य की नींव का वह पत्थर है, जिस पर आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने अपने सुप्रसिद्ध इतिहास का भव्य भवन निर्मित किया। इस इतिहास ग्रंथ का ऐतिहासिक महत्व है।”
Answer is )A
35.तासी के साहित्य इतिहास का हिंदी अनुवाद ‘हिंदूई साहित्य का इतिहास’ शीर्षक से किसने किया है ?
Answer is )A
तासी के साहित्य इतिहास का हिंदी अनुवाद लक्ष्मीसागर वार्ष्णेय ने सन् 1952 ई. में ‘हिंदूई साहित्य का इतिहास’ शीर्षक से किया है।
तासी के साहित्य इतिहास का हिंदी अनुवाद लक्ष्मीसागर वार्ष्णेय ने सन् 1952 ई. में ‘हिंदूई साहित्य का इतिहास’ शीर्षक से किया है।
36.ग्रियर्सन के साहित्य इतिहास का हिंदी अनुवाद ‘हिंदी साहित्य का इतिहास’ शीर्षक से किसने किया है।
Answer is )C
ग्रियर्सन के साहित्य इतिहास का हिंदी अनुवाद किशोरी लाल गुप्त ने सन 1957 ई. में ‘हिंदी साहित्य का इतिहास’ शीर्षक से किया है।
ग्रियर्सन के साहित्य इतिहास का हिंदी अनुवाद किशोरी लाल गुप्त ने सन 1957 ई. में ‘हिंदी साहित्य का इतिहास’ शीर्षक से किया है।
37.मिश्रबंधु ने किसे प्रथम गद्य लेखक शिद्ध किया है?
Answer is )A
मिश्र बंधु ने सारंगधर को ब्रजभाषा का प्रथम कवि तथा गोरखनाथ को हिंदी का प्रथम गद्य लेखक घोषित किया है।
मिश्र बंधु ने सारंगधर को ब्रजभाषा का प्रथम कवि तथा गोरखनाथ को हिंदी का प्रथम गद्य लेखक घोषित किया है।
38.सच्चे अर्थों में हिंदी साहित्य का प्रथम इतिहास कहा जाता है?
Answer is )B
39.शिवसिंह सरोज का रचनाकाल क्या है?
Answer is )A
40.केशवदास को रीतिकाल में किसने स्थान दिया है।
41.’द मॉडर्न वर्नाक्युलर लिट्रेचर ऑफ हिन्दुस्तान’ का रचनाकाल क्या है?
Answer is )A
42.मिश्रबंधु बिनोद में लगभग कितने कवियों का वर्णन किया गया है?
Answer is )C
43.’ए हिस्ट्री आफ लिटरेचर’ के रचनाकार कौन हैं?
Answer is )B
‘ए हिस्ट्री आफ लिटरेचर'(1920) के लेखक फादर के.ई.हैं | यह पुस्तक परिचयात्मक है।
‘ए हिस्ट्री आफ लिटरेचर'(1920) के लेखक फादर के.ई.हैं | यह पुस्तक परिचयात्मक है।
44.आचार्य रामचंद्र शुक्ल कितने वर्षों का साहित्य इतिहास लिखे हैं
Answer is )D
आचार्य रामचंद्र शुक्ल जी ने 1000 कवियों को लेकर 900 वर्षों का साहित्य इतिहास लिखा है।
आचार्य रामचंद्र शुक्ल जी ने 1000 कवियों को लेकर 900 वर्षों का साहित्य इतिहास लिखा है।
45. आचार्य रामचंद्र शुक्ल किसे संत मत का प्रवर्तक मानते हैं?
view answerAnswer is )A
आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने कबीर को संतमत का प्रवर्तक माना है |
46. आचार्य रामचंद्र शुक्ल सूफी मत का प्रवर्तक किसे मानते हैं?
Answer is )C
आचार्य रामचंद्र शुक्ल कुतुबन को सूफी मत का प्रवर्तक मानते है।
आचार्य रामचंद्र शुक्ल कुतुबन को सूफी मत का प्रवर्तक मानते है।
47.’खड़ी बोली हिंदी साहित्य का इतिहास’ के लेखक कौन हैं
Answer is )B
‘खड़ी बोली हिंदी साहित्य का इतिहास’ (1941) के रचनाकार ब्रजरत्न दास हैं| इसमें मौलिक ढंग से गद्य पद्य का ऐतिहासिक अनुशीलन किया गया है।
‘खड़ी बोली हिंदी साहित्य का इतिहास’ (1941) के रचनाकार ब्रजरत्न दास हैं| इसमें मौलिक ढंग से गद्य पद्य का ऐतिहासिक अनुशीलन किया गया है।
48.’जैन साहित्य की पूर्व पीठिका और हमारा अभ्युत्थान’ के लेखक कौन हैं?
Answer is )A
‘जैन साहित्य की पूर्व पीठिका और हमारा अभ्युत्थान’ (1939) के रचनाकार हीरालाल जैन हैं | इसमें आदिकाल पर विस्तृत सामग्री उपलब्ध है।
‘जैन साहित्य की पूर्व पीठिका और हमारा अभ्युत्थान’ (1939) के रचनाकार हीरालाल जैन हैं | इसमें आदिकाल पर विस्तृत सामग्री उपलब्ध है।
49.’हिंदी गद्य विन्यास और विकास’ के लेखक कौन हैं?
Answer is )C
‘हिंदी गद्य विन्यास और विकास’ (1996) के लेखक रामस्वरूप चतुर्वेदी हैं|
‘हिंदी गद्य विन्यास और विकास’ (1996) के लेखक रामस्वरूप चतुर्वेदी हैं|
50. ‘आधुनिक कविता यात्रा’ के लेखक कौन हैं?
Answer is )D
आधुनिक कविता यात्रा, भक्ति काव्य यात्रा के लेखक रामस्वरूप चतुर्वेदी हैं |
आधुनिक कविता यात्रा, भक्ति काव्य यात्रा के लेखक रामस्वरूप चतुर्वेदी हैं |