उषा कविता का भावार्थ और प्रश्न उत्तर
उषा कविता का भावार्थ या व्याख्या और प्रश्न उत्तर प्रात नभ था बहुत नीला शंख जैसेभोर का नभराख से लीपा हुआ चौका(अभी गीला पड़ा है )बहुत काली सिल ज़रा से लाल केसर सेकि जैसे धुल गई होस्लेट पर या लाल खड़िया चाकमल दी हो किसी ने उषा कविता का प्रसंग – प्रस्तुत पद्यांश हमारी हिन्दी … Read more