जूझ पाठ का प्रश्न उत्तर वितान भाग दो कक्षा 12 / jujh path ke prashn uttar

जूझ पाठ का प्रश्न उत्तर वितान भाग दो कक्षा 12 / jujh path ke prashn uttar  जूझ पाठ वितान भाग 2 के चैप्टर 2 से लिया गया है| इस पोस्ट में हमलोग जूझ पाठ के प्रश्न उत्तर को पढ़ेंगे| 1- ‘जूझ’ शीर्षक के औचित्य पर विचार करते हुए यह स्पष्ट करें कि क्या यह शीर्षक … Read more

सिल्वर वैडिंग का प्रश्न उत्तर वितान भाग दो कक्षा 12

सिल्वर वैडिंग का प्रश्न उत्तर वितान भाग दो कक्षा 12 1- यशोधर बाबू की पत्नी समय के साथ ढल सकने में सफल होती है, लेकिन यशोधर बाबू असफल रहते हैं। ऐसा क्यों? चर्चा कीजिए। उत्तर– यशोधर बाबू की पत्नी समय के साथ ढल सकने में सक्षम होती है। वह अपने बच्चों पर परम्पराओं का बोझ … Read more

फिराक गोरखपुरी की रुबाइयाँ और गजल की व्याख्या, प्रश्न उत्तर आरोह भाग दो

फिराक गोरखपुरी की रुबाइयां का भावार्थ या व्याख्या  आँगन में लिए चाँद के टुकड़े को खड़ीहाथों पे झुलाती है उसे गोद भरी –रह-रह के हवा में जो लोका देती हैगूँज उठती है खिलखिलाते बच्चे की हँसीफिराक गोरखपुरी की रुबाइयाँ का प्रसंग – प्रस्तुत रुबाई हमारी पाठ्य पुस्तक ‘आरोह’ में संकलित शायर ‘फिराक गोरख पुरी’ द्वारा … Read more

आरोह और वितान भाग दो संपूर्ण समाधान कक्षा 12

आरोह भाग 2  और वितान भाग 2  संपूर्ण समाधान कक्षा 12   हिंदी आरोह भाग 2   काव्य खंड  👉 आत्मपरिचय व एक गीत 👉 पतंग 👉 कविता के बहाने  👉 बात सीधी थी पर 👉 कैमरे में बंद अपाहिज 👉 सहर्ष स्वीकारा है  👉 उषा  👉 बादल राग 👉 कवितावली (उत्तरकाण्ड से ) 👉 लक्ष्मण मूर्च्छा … Read more

कवितावली, लक्ष्मण मूर्च्छा और राम का विलाप व्याख्या , भावार्थ, प्रश्न उत्तर

कवितावली, लक्ष्मण मूर्च्छा और राम का विलाप  व्याख्या , भावार्थ, प्रश्न उत्तर  कवितावली का भावार्थ या व्याख्या  किसबी, किसान – कुल, बनिक, भिखारी, भाट,चाकर, चपल नट, चोर, चार, चेटकी ।पेट को पढ़त, गुन गढ़त, चढ़त गिरि,अटत गहन-गन अहन अखेटकी ॥ऊँचे-नीचे करम, धरम-अधरम करि,पेट ही को पचत, बेचत बेटा-बेटकी ।‘तुलसी’ बुझाई एक राम घनस्याम ही तें,आगि … Read more

बादल राग कविता का भावार्थ या व्याख्या और प्रश्न उत्तर

बादल राग कविता का भावार्थ या व्याख्या और प्रश्न उत्तर  तिरती है समीर – सागर परअस्थिर सुख पर दुख की छायाजग के दग्ध हृदय परनिर्दय विप्लव की प्लावित माया बादल राग कविता का प्रसंग – प्रस्तुत पद्यांश हमारी हिन्दी की पाठ्य पुस्तक ‘आरोह‘ में संकलित कविता ‘बादल-राग‘ से लिया गया हैं। जो मूल रूप से … Read more

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