बाजार दर्शन पाठ का सार या सारांश
बाजार दर्शन पाठ का सार या सारांश ‘बाजार दर्शन’ जैनेंद्र के अति महत्वपूर्ण निबंधों में से एक है। इस निबंध में वैचारिकता और साहित्य का अति दुर्लभ सामंजस्य देखा जा सकता है। वैसे तो उपभोक्तावाद और बाज़ारवाद की व्यापक चर्चा बहुत पहले से ही शुरू हो गई थी लेकिन ‘बाज़ार दर्शन’ निबंध में उसकी मूल … Read more