इस पोस्ट में हमलोग जब सिनेमा ने बोलना सीखा का सारांश, जब सिनेमा ने बोलना सीखा का प्रश्न उत्तर का अध्ययन करेंगे| जब सिनेमा ने बोलना सीखा पाठ क्लास 8 हिन्दी वसंत भाग 3 के चैप्टर 11 से लिया गया है|
जब सिनेमा ने बोलना सीखा का सारांश / jab sinema ne bolana sikha summary
‘सभी सजीव हैं, सांस ले रहे हैं, शत-प्रतिशत बोल रहे हैं, अठहत्तर मुर्दा इंसान जिंदा हो गए उनको बोलते, बातें करते देखो।’
‘आलम आरा’ मे भविष्य को अनेक अभिनेता, निर्देशक और तकनीशियन को दिए, जिन्होंने सिनेमा जगत में नाम कमाया। अर्देशिर की कंपनी ने भारतीय सिनेमा के लिए लगभग सौ सवा सौ फिल्में बनाई। आलम आरा फिल्म ‘अरेविपन नाइट्स’ जैसी फैटेसी थी। फिल्म काम करने वाला प्रत्येक कलाकार अद्भुत और अनोखा था। फिल्म की नायिका जुबैदा और नायक विठ्ठल। विट्ठल उस समय सबसे अधिक पारिश्रमिक पाने वाले अभिनेता थे। इस फिल्म में उर्दू और हिंदी का अनूठा संयोजन था। इसमें गीत, संगीत का अद्भुत संगम था। विट्ठल के चयन से आलमआरा फिल्म अत्यंत लोकप्रिय हुई। विट्ठल का चयन पहले नायक के रूप में किया गया था, लेकिन उर्दू ठीक से न बोल पाने के कारण उन्हें निकाल दिया गया। इस बात से दुखी होकर उन्होंने न्यायालय की शरण ली। उनका मुकदमा उस समय के जाने-माने वकील मोहम्मद अली जिन्ना ने लड़ा और वह अपना मुकदमा भी जीते। तब वे भारत की पहली सवाक फिल्म के अभिनेता बने। इसके बाद उन्होंने अनेक फिल्मों में नायक और स्टंटमैन के रूप में सक्रिय भूमिका निभाई। उस समय उनके साथ आलमआरा में सोहराम मोदो, पृथ्वीराज कपूर याकूल और जगदीश सेवी जैसे अभिनेता भी थे। आगे चलकर ये अभिनेता भारतीय फिल्म उद्योग के आधारस्तंभ बने। आलमआरा’ का प्रदर्शन 14 मार्च सन् 1931 को मुंबई के मजेस्टिक’ सिनेमा हॉल में हुआ। यह फिल्म आठ सप्ताह तक हाउसफुल चली। इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रहती थी। भीड़ इतनी उमड़ती थी कि पुलिस-नियंत्रण से बाहर भी चली जाती थी। समीक्षकों ने उस समय इस फिल्म को ‘भड़कीली फैंटेसी’ फिल्म करार दिया था। यह फिल्म दस हजार पुट लंबी थी। इसे बनाने में कुल चार महीने का समय लगा था।
जब सिनेमा ने बोलना सीखा प्रश्न उत्तर / jab cinema ne bolana sikha question answer class 8
कुछ करने को
1.जब पहली बोलती फिल्म प्रदर्शित हुई उसके पोस्टरों पर कौन-से वाक्य छापे गए?क्या पोस्टर पढ़कर बताया जा सकता है कि उस फिल्म में कितने चेहरे थे?
2. पहला बोलता सिनेमा बनाने के लिए फिल्मकार अर्देशिर एम ईरानी को प्रेरणा कहाँ से मिली? उन्होंने आलम आरा फिल्म के लिए आधार कहाँ से लिया? व्यक्त कीजिए।
उत्तर– फिल्मकार अर्देशिर एम ईरानी को बोलती फिल्म बनाने की प्रेरणा 1929 में हालीवुड की फिल्म ‘शो बोट’ देखकर मिली। उन्होंने यह फिल्म पारसी रंगमंच के एक लोकप्रिय नाटक को आधार बनाकर तैयार की।
3. विट्ठल का चयन आलमआरा के नायक के रूप में हुआ लेकिन हटाया क्यों गया? विट्ठल ने पुनः नायक होने के लिए क्या किया?
4. पहली सवाक फिल्म के निर्माता-निदेशक अर्देशिर को जब सम्मानित किया गया तो सम्मान कर्ताओं ने उनके लिए क्या कहा? अर्देशिर ने क्या कहा? और इस प्रसंग में लेखक ने क्या टिप्पणी की है?
पाठ के आगे
1-मूक सिनेमा में संवाद नहीं होते दैहिक अभिनय की प्रधानता होती है पर जब वह बोलने लगी तो अनेक परिवर्तन हुए। उन परिवर्तनों को अभिनेता, दर्शक और कुछ तकनीकी दृष्टि से पाठ को आधार लेकर खोजें, साथ ही अपनी कल्पना का भी सहयोग लें।
2- डब फिल्में किसे कहते हैं? कभी-कभी डब फिल्मों में अभिनेता के मुंह खोलने और आवाज में अंतर आ जाता है। इसका कारण क्या हो सकता है?
जब सिनेमा ने बोलना सीखा अनुमान और कल्पना
1. किसी मूक सिनेमा में बिना आवाज़ के ठहाकेदार हँसी कैसी दिखेगी? अभिनय करके अनुभव कीजिए।
2. मूक फिल्म देखने का एक उपाय यह है कि आप टेलीविजन की आवाज़ बंद करके फिल्म देखें। उसकी कहानी को समझने का प्रयास करें और अनुमान लगाएँ कि फिल्म में संवाद और दृश्य की हिस्सेदारी कितनी है?
जब सिनेमा ने बोलना सीखा भाषा की बात
1. सवाक् शब्द वाक्य के पहले ‘स’ लगाने से बना है। स उपसर्ग से कई शब्द बनते हैं। निम्नलिखित शब्दों के साथ ‘स’ का उपसर्ग की भाँति प्रयोग करके शब्द बनाएँ और शब्दार्थ में होनेवाले परिवर्तन को बताएँ। हित, परिवार, विनय, चित्र, बल, सम्मान।
2. उपसर्ग और प्रत्यय दोनों ही शब्दांश होते हैं। वाक्य में इनका अकेला प्रयोग नहीं होता। इन दोनों में अंतर केवल इतना होता है कि उपसर्ग किसी भी शब्द में पहले लगता है और प्रत्यय बाद में हिंदी के सामान्य उपसर्ग इस प्रकार हैं-अ/अन, नि, दु, क/कु, स/सु, अध, बिन, औ आदि। पाठ में आए उपसर्ग और प्रत्यय युक्त शब्दों के कुछ उदाहरण नीचे दिए जा रहे हैं-
मूल शब्द | उपसर्ग | प्रत्यय | शब्द |
वाक् | – | वाक् | सवाक् |
लोचन | सु | आ | सुलोचना |
फिल्म | – | कार | फिल्मकार |
कामयाब | – | ई | कामयाबी |
इस प्रकार के 15-15 उदाहरण खोजकर लिखिए और अपने सहपाठियों को दिखाइए।
मूल शब्द | उपसर्ग | प्रत्यय | शब्द |
गीत | – | कार | गीतकार |
वाद | सम् | – | संवाद |
अधिक | – | तर | अधिकतर |
धार | आ | – | आधार |
लेख | – | अक | लेखक |
जीव | स | – | सजीव |
भारत | – | ईय | भारतीय |
ज्ञापन | वि | – | विज्ञापन |
नय | अभि | – | अभिनय |
विंब | प्रति | – | प्रतिविम्ब |
देश | – | ई | देशी |
कला | – | कार | कलाकार |
मुख | प्र | – | प्रमुख |